गोरखपुर. गुरु गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग के शपथ ग्रहण समारोह में गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवा को प्रदेश सरकार ने किस तरह केन्द्र सरकार के साथ मिलकर सुधारा है. सीएम योगी ने कहा कि 1947 से लेकर के 2016 तक प्रदेश में सिर्फ 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज थे और कोई एम्स नहीं था. जबकि प्रदेश में 23 करोड़ की आबादी थी. लेकिन मोदी सरकार की मदद से यूपी में 15 नये मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं, जिसमें से 7 मेडिकल कॉलेज में इस साल प्रवेश हो चुका है. जबकि 8 मेडिकल कॉलेज का निर्माण तेजी से चल रहा है.
तीन साल में बनेंगे 28 नए मेडिकल कालेज
सीएम के मुताबिक सरकार ने 13 नये मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति दी है यानी तीन साल में 28 नये मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं. जबकि दो नये एम्स में इस बार प्रवेश दिये गये हैं और ओपीडी प्रारम्भ हो चुकी है. आज यूपी के 45 जिले ऐसे हैं जिसमें सरकारी मेडिकल कालेज बन चुके हैं या फिर बनने जा रहे हैं. यही नहीं, 12 जिलों में निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज है और 18 जिले ऐसे है जहां पर पर कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है. उन 18 जिलों के लिए नई पॉलिसी ला रहे हैं और आगामी एक वर्ष के दौरान उन जिलों में भी सरकार और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर मेडिकल कॉलेज बनाने जा रहे हैं. साफ है कि यूपी के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज होगा.
नर्सिंग कालेज देंगे महिला सशक्तिकरणर का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरक्षनाथ नर्सिंग कॉलेज खोलते समय इस बात का ध्यान दिया गया कि इस कोर्स से जहां स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होगीं, वहीं महिला सशक्तिकरण का भी एक बड़ा उदाहरण है. आपका संकल्प ही आपको आगे बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाता है. नर्सिंग का क्षेत्र मानव सेवा का एक बेहतर केन्द्र है. आज अगर किसी कोर्स की 100 प्रतिशत प्लेसमेंट की गारंटी है तो नर्सिंग ही है. हर एक जगह योग्य प्रशिक्षु की मांग है.
सीएम योगी आयुष्मान भारत योजना के बारे में बताया कि यूपी से 6 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. जबकि 6 लाख से अधिक लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से कवर किए हैं. साथ ही प्रत्येक बड़े जिल में तीन और छोटे जिल में दो लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस देने के साथ-साथ सीएचसी और पीएचसी को भी सुविधा युक्त बनाया गया है.